किसी भी लक्ष्य को, पाने के लिए नियोजन, महत्वपूर्ण होता हैं, केवल नियोजन से ही, आप लक्ष्य पा सकते हैं। Chhatrapati Shivaji
जो व्यक्ति स्वराज्य, और परिवार के बीच, स्वराज्य को चुनता है, वही एक सच्चा, नागरिक होता हैं। Chhatrapati Shivaji
हर व्यक्ति को विद्या, ग्रहण करनी चाहिए, क्योंकि लड़ाई में, जो काम शक्ति नहीं करती, वो काम युक्ति से होता हैं, और युक्ति विधा से आती हैं। Chhatrapati Shivaji
जरुरी नहीं की खुद की, गलती से सीखा जाए। हम दूसरों की गलती से भी, बहुत कुछ सिख सकते हैं। Chhatrapati Shivaji
हम जिस जगह रहते है, उस जगह का और, पूर्वजों का इतिहास, हमें मालूम होना चाहिए। Chhatrapati Shivaji
इस दुनिया में हर व्यक्ति को स्वतंत्र रहने का अधिकार है। और उस अधिकार को पाने के लिए वो लड़ भी सकता हैं। Chhatrapati Shivaji
बदला लेने की भावना मनुष्य, को जलाती रहती है, संयम ही प्रतिशोध को काबू, करने का एक मात्र उपाय है। Chhatrapati Shivaji
जो धर्म, सत्य, श्रेष्ठता, और परमेश्वर के, सामने झुकता है, उसका आदर संसार, करता है। Chhatrapati Shivaji
एक पुरुषार्थी भी एक तेजस्वी, विद्वान् के सामने झुकता है, क्योंकि पुरुषार्थ भी विद्या, से ही आती है। Chhatrapati Shivaji
एक सफल मनुष्य अपने, कर्तव्य की पराकाष्ठा के, लिए समुचित मानव जाति, की चुनौती स्वीकार, कर लेता है। Chhatrapati Shivaji
नारी के सभी अधिकारों में, सबसे महान अधिकार माँ, बनने का है। Chhatrapati Shivaji
आत्मबल सामर्थ्य देता है, और सामर्थ्य विद्या, प्रदान करती है, विद्या स्थिरता प्रदान करती है और स्थिरता विजय की, तरफ ले जाती है। Chhatrapati Shivaji
भले हर किसी के हाथ में तलवार हो, यह इच्छाशक्ति है, जो एक सत्ता स्थापित करती है। Chhatrapati Shivaji
कभी अपना सिर मत, झुकाओ हमेशा ऊँचा रखो। Chhatrapati Shivaji
शत्रु चाहे कितना ही, बलवान क्यों न हो, उसे अपने इरादों और, उत्साह मात्र से भी, परास्त किया जा सकता है। Chhatrapati Shivaji
सर्वप्रथम राष्ट्र फिर गुरु, फिर माता-पिता फिर, परमेश्वर अतः पहले खुद, को नही राष्ट्र को, देखना चाहिए। Chhatrapati Shivaji
जब लक्ष्य जीत की हो, तो हासिल करने के, लिए कितना भी परिश्रम, कोई भी मूल्य क्यो न, हो उसे चुकाना ही पड़ता है। Chhatrapati Shivaji
शत्रु को कमजोर न समझो, तो अत्यधिक बलवान समझ, कर डरना भी नही चाहिए। Chhatrapati Shivaji
जब हौसले बुलंद हो, तो पहाड़ भी एक मिट्टी, का ढेर लगता है। Chhatrapati Shivaji
जरुरी नही की विपत्ति, का सामना दुश्मन के, सम्मुख से ही करने मे, वीरता हो वीरता, तो विजय मे है। Chhatrapati Shivaji
एक छोटा कदम छोटे लक्ष्य पर, बाद मे विशाल लक्ष्य भी, हासिल करा देता है। Chhatrapati Shivaji
स्वतंत्रता एक वरदान है, जिसे पाने का अधिकार, हर कोई को है। Chhatrapati Shivaji
अपने आत्मबल को जगाने वाला, खुद को पहचानने वाला, और मानव जाति के, कल्याण की सोच रखने वाला, पूरे विश्व पर राज कर सकता है। Chhatrapati Shivaji
कोई भी कार्य करने से पहले, उसका परिणाम सोच लेना, हितकर होता है, क्योकी हमारी आने वाली पीढी, उसी का अनुसरण करती है। Chhatrapati Shivaji
प्रतिशोध मनुष्य को जलाती रहती है, संयम ही प्रतिशोध को काबू करने, का उपाय होता है। Chhatrapati Shivaji
जो मनुष्य समय के कुचक्र, मे भी पूरी शिद्दत से, अपने कार्यो मे लगा रहता है, उसके लिए समय खुद, बदल जाता है। Chhatrapati Shivaji
अंगूर को जब तक न पेरो, वो मीठी मदिरा नहीं बनती, वैसे ही मनुष्य जब तक, कष्ट मे पिसता नहीं, तब तक उसके अंदर की, सर्वौत्तम प्रतिभा बाहर नही आती। chhatrapati shivaji
इस जीवन मे सिर्फ अच्छे दिन, की आशा नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि दिन और रात की तरह, अच्छे दिनो को भी बदलना पड़ता है। Chhatrapati Shivaji
अगर मनुष्य के पास आत्मबल है, तो वो समस्त संसार पर अपने, हौसले से विजय पताका लहरा सकता है। Chhatrapati Shivaji